देश की तस्वीर कुछ हद बदली है। खासकर मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद सिर्फ सरकार ही नहीं बल्कि आम लोगों के नजरिये में एक विशेष बदलाव आया है. यह बदलाव सकारात्मक भी है और सराहनीय भी. यू कहें की अब इस हमले की वजह के बाद देश की आवाम और हूकुमत दोनों में आतंकवाद के खिलाफ एक अलग तरह की इच्छाशक्ति पैदा हुई तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी.
भारत न सिर्फ आतंरिक मोर्चे पर बल्कि कुटनीतिक मोर्चे पर भी गजब की तत्परता दिखाई है जिसके लिए वाकई सरकार की सराहना की जानी चाहिए. चाहे वो विश्व स्तर पर पाकिस्तान की घेराबंदी हो या फिर देश की हिफाजत के लए उठाये गए कुछ जरूरी कदम हों. इन सबमें सरकार ने परिपक्वता का परिचय दिया है. हाल ही देश के डिफेन्स बजट में बड़े पैमाने पर इजाफा करना भी इसी परिपक्वता का ही परिचय है.
भारत न सिर्फ आतंरिक मोर्चे पर बल्कि कुटनीतिक मोर्चे पर भी गजब की तत्परता दिखाई है जिसके लिए वाकई सरकार की सराहना की जानी चाहिए. चाहे वो विश्व स्तर पर पाकिस्तान की घेराबंदी हो या फिर देश की हिफाजत के लए उठाये गए कुछ जरूरी कदम हों. इन सबमें सरकार ने परिपक्वता का परिचय दिया है. हाल ही देश के डिफेन्स बजट में बड़े पैमाने पर इजाफा करना भी इसी परिपक्वता का ही परिचय है.